उत्तर प्रदेश के भदोही क्षेत्र में ऊर्जा विभाग में अवैध वसूली का चौंकाने वाला मामला सामने आया है
भदोही: भदोही जिले में ऊर्जा विभाग में अवैध वसूली का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। वायरल हो रहे वीडियो में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता के साथ गाली-गलौज की जा रही है।
भदोही: भदोही जिले में ऊर्जा विभाग में अवैध वसूली का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। वायरल हो रहे वीडियो में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता के साथ गाली-गलौज की जा रही है। साथ ही वह कार्यालय में तोड़फोड़ भी कर रहे हैं। दरअसल विवाद अवैध वसूली का हिस्सा न मिलने को लेकर था। बिजली विभाग के अधिकारी अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने के बजाय घटना को दबाने में लगे हैं।
इस बीच वीडियो वायरल होने से बिजली विभाग चर्चा में आ गया। साक्ष्यों से पता चलता है कि मामला भदोही शहर के कोतवाली क्षेत्र में स्थित सिविल लाइन विद्युत वितरण खंड प्रथम कार्यालय का है। वायरल हो रहे दलाली के पैसे का हिस्सा न मिलने पर कोई व्यक्ति अधिशासी अभियंता के साथ बदसलूकी कर रहा है और कार्यालय में तोड़फोड़ कर रहा है।
तेजी से वायरल हो रहे वीडियो की जांच अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) भदोही के कार्यालय में कराने पर वीडियो के बारे में सही जानकारी मिली। इसके बाद अधिशासी अभियंता आरबी शर्मा से किसी व्यक्ति द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार करने और उनके कार्यालय को नुकसान पहुंचाने के बारे में पूछताछ की गई। उन्होंने साथ ही पूछा, "आप किस वीडियो के बारे में पूछ रहे हैं?" हमारी ओर से बयान की अनुमति नहीं है। बाइट के लिए हमारे वरिष्ठ से बात करें। वायरल वीडियो के बाद हंगामा ऊर्जा विभाग का वीडियो सोशल मीडिया पर लोकप्रिय होने के बाद भदोही में हंगामा मच गया।
आजाद समाज पार्टी के अशोक कुमार के मुताबिक बिजली विभाग में भ्रष्टाचार और अवैध वसूली का मुद्दा अक्सर सामने आता है। साक्ष्यों पर चर्चा कर अधिकारी खुद को इस मुद्दे से दूर कर लेते हैं, लेकिन यह फिल्म कमीशन के पैसे बांटने पर केंद्रित है। इस मामले में योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उनके मुताबिक सरकार को इस मामले में तुरंत और निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए। फुटेज से भ्रष्टाचार का पता चलता है। बिजली विभाग के प्रति जनता में पहले से ही असंतोष है हालांकि, व्यापक रूप से शेयर किए गए वीडियो के आधार पर ऐसा लगता है कि यह एक बड़ा मुद्दा है।
हम इस असहमति की जांच करेंगे और कार्रवाई करेंगे। राधेश्याम के अनुसार, हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता विभाग को पारदर्शी बनाए रखना और दोषियों को दंडित करना है। बहरहाल, व्यापक रूप से शेयर किया गया वीडियो बिजली विभाग के भीतर की गड़बड़ियों को उजागर करता है। दलाल और सरकारी अधिकारी जिले में आम लोगों को लगातार कुचल रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ऊर्जा विभाग में भ्रष्टाचार और अवैध वसूली में शामिल लोगों की गहन जांच करके इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
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